अनुगमन वेग ,फिजिक्स क्लास 12th

अनुगमन वेग 

जब किसी चालक में किसी सेल या बैटरी की सहायता से विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तो चालक में उपस्थित स्वतंत्र इलेक्ट्रॉन एक निश्चित न्यूनतम वेग से गति करने लगते हैं| इस निश्चित न्यूनतम वेग को ही अनुगमन वेग कहते हैं| इसे Vd  से प्रदर्शित करते हैं|

                     


विधुत धारा और अनुगमन वेग में सम्बन्ध


माना किसी चालक तार के अनुप्रस्थ परिच्छेद का क्षेत्रफल A  तथा चालक के प्रति एकांक आयतन में मुक्त इलेक्ट्रॉनों की संख्या n है यदि इलेक्ट्रॉनों का अनुगमन वेग Vd  हो, तो

t  सेकण्ड में तार के अनुप्रस्थ परिच्छेद से गुजरने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या


                     N = n A Vd t      ••••••(1)


यदि प्रत्येक इलेक्ट्रॉन पर आवेश की मात्रा e हो तो t  सेकण्ड में तार के अनुप्रस्थ परिच्छेद से गुजरने वाला आवेश


                    Q = N e           •••••••(2) 


समीकरण (1) से N का मान समीकरण (2) में रखने पर


                    Q = n A Vd t e  ••••••(3) 


विद्युत धारा के सूत्र से, 


                 I = Q/t


                 I = n A Vd t e / t        [ समी (3) से]


                 I = n A Vd e       •••••••(4) 


यही विद्युत धारा और अनुगमन वेग में सम्बन्ध है|


धारा घनत्व और अनुगमन वेग में सम्बन्ध:

 

    धारा घनत्व के सूत्र से,

धारा घनत्व J = I / A


               J = n A Vd e / A     [ समी (4) से]


                 J = n Vd e


यही धारा घनत्व और अनुगमन वेग में सम्बन्ध है|

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